वर्धा - आशा और परिवर्तन का एक शरण
वर्धा, भारत के हृदय में स्थित है, जो नागपुर से 75 किलोमीटर और मुंबई से 780 किलोमीटर दूर है। इस जिले को उत्तर में सतपुड़ा पर्वत श्रृंग से और पश्चिम में पूर्णा नदी की घाटी ने घेरा हुआ है। यह जमनालाल बजाज और महात्मा गांधी सहित शीर्ष राजनीतिक नेताओं का भी निवास स्थान रहा है। वर्धा सामाजिक, राष्ट्रीय और ऐतिहासिक महत्व की कई घटनाओं का साक्षी बना है।
ऐतिहासिक विरासत
महात्मा गांधी श्री जमनलाल बजाज के आमंत्रण पर वर्धा आए और स्वतंत्रता आंदोलन के लिए सेवाग्राम को चुना। वर्धा ने ऐतिहासिक महत्व प्राप्त किया और इसमें ऑल इंडिया विलेज इंडस्ट्रीज एसोसिएशन भी था। आचार्य विनोबा भावे का 1920 के दशक में स्थापित किया गया सत्याग्रह आश्रम और श्री जमनलाल बजाज की समर्पित भागीदारी ने भारत के स्वतंत्रता पहलुओं में वर्धा की भूमिका को बढ़ा दिया।