वर्धा
बजाजवाड़ी
वर्धा में स्थित बजाजवाड़ी अपने चार दीवारों के भीतर कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है। यह गांधीवादी 'क्रांतिकारियों' के मिलने का स्थान था, ऐसे विचारों का जन्मस्थान था जिन विचारों ने भारत के भविष्य को बदल के रख दिया। इसके परिणामस्वरूप, यह स्थान गांधीजी की रचनात्मक और राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बन गया; और कई कांग्रेस कार्य समिति की बैठकों का स्थान भी बना रहा।
बजाजवाड़ी अब जमनालाल बजाज सेवा ट्रस्ट की देख-रेख में है, बजाजवाड़ी स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान राष्ट्रीय अतिथि भवन के रूप में भी माना जाता था। आज भी, यह स्थान ऐतिहासिक महत्व रखता है, जो उस युग की यादों को ताज़ा करता है।
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