


हम ला रहे हैं सतत बदलाव, एक बेहतर कल के लिए
भविष्य को बेहतरीन बनाने की प्रतिबद्धता के साथ, हमारी सीएसआर शाखा - बजाज इलेक्ट्रिकल्स फाउंडेशन ऐसी पहलों को प्राथमिकता देती है, जिनसे हमारी धरती पर सकारात्मक प्रभाव हो और साथ ही समुदायों का उत्थान हो। हमारी हरित पहल 'बेहतर धरती, बेहतर जीवन' के मोटो पर आधारित है।

हमारी परियोजनाएँ
स्वस्थ घर उन्नत चूल्हा परियोजना
इस पहल के माध्यम से, हम खाना पकाने की अधिक कुशल और स्वच्छ तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयासरत हैं। उन्नत चूल्हों से जलाऊ लकड़ी की खपत कम होती है और इससे घर के अंदर वायु प्रदूषण और कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में भारी कमी आती है। हमने 4,000 बेहतर कुकस्टोव्स (चूल्हों) का वितरण करके, हमारा लक्ष्य राजस्थान के 50 गांवों में CO2 उत्सर्जन को महत्वपूर्ण रूप से कम करना है। आइए हम मिलकर एक ऐसी दुनिया की कल्पना करें, जिसमें उठाया जाने वाला हर कदम बेहतर धरती और वर्तमान तथा भावी पीढ़ियों के बेहतर जीवन में योगदान दे।
हमारी कोशिशें



अपने सभी प्रयासों में मजबूत और संधारणीय एजेंडा एकीकृत कर, हम स्थायी परिवर्तन लाने के लिए प्रयासरत हैं, जिससे न केवल पर्यावरण सुरक्षित हो बल्कि सभी के जीवन की गुणवत्ता भी बढ़े। हम स्वयंसेवी कर्मचारियों और एनजीओ साथियों के माध्यम से कार्बन प्रतिसंतुलन परियोजनाओं और वृक्षारोपण अभियानों में सक्रिय रूप से संलग्न हैं।
हमारी सभी पहलों के बारे में जानिएइनोवेशन हब
‘भारत में प्रथम’ तकनीक प्रेमी उद्यमियों को बढ़ावा देने की दृष्टि से अस्तित्व में आने वाले बजाज इलेक्ट्रिकल्स और आईआईएमए उपक्रम (अहमदाबाद का स्टार्ट-अप इनक्यूबेशन सेंटर) ने एक इनक्यूबेशन सेंटर - 'अनंत बजाज लिमिटलेस आइडियाज हब' का शुभारंभ किया है। जयपुर शहर के बीचोंबीच में स्थित, यह इनक्यूबेशन सेंटर 15,500 वर्ग फुट में फैला हुआ है, जो विश्व स्तरीय सुविधाएं और नए युग की अधोसंरचना उपलब्ध करवाता है। इस केंद्र के माध्यम से, हम बहुआयामी सहायता प्रदान करते हैं, जिसमें परामर्श, सीड फंडिंग और राजस्थान में स्थित स्टार्ट-अपों की अन्य इनक्यूबेशन संबंधी ज़रूरतें शामिल हैं। अभी तक, हम 156 उद्यमियों और शुरुआती चरण के स्टार्टअपों की सहायता कर चुके हैं, जिसमें महिला उद्यमी, सामाजिक उद्यम, छात्र स्टार्टअप और शुरुआती चरण के तकनीकी उद्यमी शामिल हैं।
कला और संस्कृति
बजाज इलेक्ट्रिकल्स फाउंडेशन ने प्रफुल्ल दहानुकर आर्ट्स फाउंडेशन के साथ सहयोग किया है, जिसके माध्यम से हमने पूरे भारत में कला से संबंधित परियोजनाओं का कार्यान्वायन किया है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य कलानंद, बालानंद और सदानंद कार्यक्रमों के माध्यम से उभरते कलाकारों, बच्चों और शिक्षकों तथा वरिष्ठ नागरिकों की सहायता करना है।
महिला सशक्तिकरण
बजाज इलेक्ट्रिकल्स लि. जानकीदेवी बजाज पुरस्कार के माध्यम से ग्रामीण महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करता है और अपनी अनेक परियोजनाओं तथा आजीविका अवसरों के अंतर्गत उनकी सहायता करता है। हमने श्रीमती राजीबेन वानकर को सम्मानित किया है, जो एक ऐसी शिल्पकार/उद्यमी हैं, जिन्होंने प्लास्टिक कचरे को बैगों और एक्सेसरीज़ में बदला है। उनकी पहल एक संपन्न सामुदायिक प्रयास में परिणत होकर भुज के 18 गांवों की लगभग 75 महिला कारीगरों को अवसर प्रदान करती है। जिनमें से अधिकांश वंचित पृष्ठभूमि से आती हैं। उनका सफर अपसाइक्लिंग (पुरानी अनुपयोगी चीज़़ों से नई और उपयोगी चीज़ें बनाने) की शक्ति का उदाहरण है जो लंबे समय तक चलने वाली परिपाटियों के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण की क्षमता प्रदर्शित करती है।
कर्मचारी स्वयंसेवा
हमारे कर्मचारी स्वयंसेवा कार्यक्रम का लक्ष्य सामुदायिक संबद्धता और सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देना है और इस दिशा में हमारे द्वारा उठाया गया हर कदम हमारे इसी संकल्प को दर्शाता है। हम जिन समुदायों में कार्यरत हैं, उनकी सहायता के लिए हम अपने इस कार्यक्रम के माध्यम से पिछले एक दशक से अपने कर्मचारियों को प्रेरित कर रहे हैं । हमारे कर्मचारियों को उन समुदायों की सहायता करने हेतु सशक्त बनाया है, इससे परस्पर सहयोग, कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा मिलता है, जो एक बेहतर तथा ज़्यादा सस्टेनेबल भविष्य के हमारे दृष्टिकोण को मजबूत बनाता है ।हमारे कर्मचारी वृक्षारोपण अभियान, जिम्मेदारी पूर्वक ई-कचरा प्रबंधन और सस्टेनेबल लिविंग को बढ़ावा देने वाले जागरूकता अभियानों में भाग लेते हैं तथा अपने काम एवं अपने व्यक्तिगत जीवन, दोनों में पर्यावरण के अनुकूल पैक्टिसेस के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हम अपनी टीमों को ईको-फ्रैंडली आदतों को अपनाने और प्लास्टिक के कचरे को कम करने हेतु प्रोत्साहित करते हैं ।हमारे इस कार्यक्रम की अनोखी बात यह है कि इसमें जो कर्मचारी प्रभावशाली परियोजनाओं का नेतृत्व करते हैं, अभिनव स्वयंसेवी विचार प्रस्तुत करते हैं या अपने महत्वपूर्ण समय में से अधिकाधिक योगदान देते हैं, उन्हें हमारे रिवार्ड्स एंड रिकॉग्निशन सिस्टम के माध्यम से सम्मानित किया जाता है, जिससे किसी अच्छे और परोपकारी काम में संलग्न रहने की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।हमें गर्व है कि हमने पिछले तीन साल में समुदायों का उत्थान करने और इस परिदृष्य में सार्थक बदलाव लाने के लिए जो कदम उठाए हैं, उनके अंतर्गत हमने लगभग 5,91,470 स्वयंसेवक घंटों के समय का योगदान किया है। हम सभी मिलकर एक ऐसे भविष्य को आकार दे रहे हैं, जहाँ कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व और सस्टेनेबिलिटी हमारे कॉर्पोरेट विज़न का अभिन्न अंग हों।
हमारी सफल पहल के सितारे
सीएसआर बेस्ट प्रोजेक्ट अवार्ड गुणवत्ता आश्वासन टीम
सीएसआर बेस्ट प्रोजेक्ट अवार्ड श्री सुभाष शुक्ला के नेतृत्व में हमारी क्वालिटी एश्योरेंस टीम को सीएसआर चैंपियन श्री किरण ठाकुर के साथ शिक्षा विकास पहल के अंतर्गत उनकी प्रभावपूर्ण कर्मचारी स्वयंसेवी परियोजना के लिए प्रदान किया गया। इस परियोजना के माध्यम से, टीम ने महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, हरियाणा, उत्तराखंड और कोलकाता राज्यों के 14 स्कूलों के लिए अधोसंरचना संबंधी सहायता प्रदान की, जागरूकता सत्रों का आयोजन किया और खेलकूद संबंधी और शैक्षणिक वस्तुएँ दान कीं, जिससे 4,000 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हुए।
देश भर में अनेक साझेदारों के साथ संबद्ध

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हमारी टीम आपके प्रयासों में आपके साथ मिलकर काम करेगी।